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वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 20 वर्षों में पृथ्वी के गर्भ का आकार बदल सकता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 20 वर्षों में पृथ्वी के गर्भ का आकार बदल सकता है।


वैज्ञानिकों का एक समूह मानता है कि पिछले 20 वर्षों में पृथ्वी के आंतरिक केन्द्रीय भाग का आकार बदल चुका होगा।

इस शोध का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर जॉन विदाल के अनुसार, आंतरिक पृथ्वी का केंद्रीय भाग सामान्यतः एक बड़े पत्थर जैसा माना जाता है, लेकिन वास्तव में कुछ स्थानों पर यह 100 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई तक बदल सकता है।

पृथ्वी का मुख्य भाग हमारे ग्रह का ऊर्जा स्रोत है, क्योंकि यह एक चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है जो जीवन को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है।

आंतरिक भूकेन्द्रित भाग द्रव प्रकार के बाहर और ग्रह के बाकी हिस्सों से अलग अपनी गति में घूमता है। यदि यह घूमना बंद कर दे, तो पृथ्वी निष्क्रिय हो सकती है और मंगल की तरह, जीवन का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। मंगल ने अरबों वर्ष पहले अपना चुंबकीय क्षेत्र खो दिया था।

आकार में यह परिवर्तन वहां होने की संभावना है जहां ठोस आंतरिक कोर का किनारा बाहरी कोर की अत्यधिक गर्म तरल धातु को छूता है।